कोहरे में ड्राइविंग करने के गुरु मंत्र @ ✒GBG⚔


1.  घने कोहरे में  विजिबिलिटी कम हो जाती है तथा हादसा होने का डर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। आज मैं आप को कोहरे या फॉग में गाड़ी चलाने के कुछ खास टिप्स दूं गा। उम्मीद है आप सुरक्षित रहें गए।

2.   पुनः याद दिला दूं कि,  कोहरे में विजिबिलिटी कम होती है, और ठंडे इलाके में  तापमान गिरने से सड़क पे फिसलन बढ़नेे की संभावना भी बढ़ जाती है। होसके तो घने कोहरे में गाड़ी न चलाएं। सफ़र को स्थगित कर दें।

3.  यदि सफ़र आवश्यक ही हो तो वाहन के  वाईपर,  हीटर, ब्लोवर, और सभी बत्तियां  अवश्य चेक कर लें। वाइपर का इस्तेमाल करें
विंडस्क्रीन पर यदि बाहर से धुंध जम रही हो तो वाइपर के इस्तेमाल से हटाएं।  सुनिश्चित करलें की कार के वाईपर वॉटर टैंक में पर्याप्त पानी हो। इसके अलावा कार हीटर और ब्लोवर का उपयोग करें ताकि अंदर से विंडस्क्रीन पर धुंध न जमे। हीटर प्रयोग करते समय सुनिश्चित करें कि ताजी हवा की इंटेक का वेंट खुला हो।   सुनिश्चित करलें की कार के हेडलाइट, टेललाइट्स, फॉग लैंप्स,  सभी ठीक ठाक हों।   बैटरी भी अच्छी कंडीशन में हो,  क्यों की आप को लगातार वाइपर, ब्लोवर, और लाइट का इस्तेमाल करना होगा।

4.  असूलन वाहन के फॉग लाईटस को ऑनं ही रखें।  फॉग लैंप खासतौर से इसी मौसम के लिए  होता है। फॉग लैंप का इस्तेमाल अवश्य करें। हेडलाइट्स पे भी, पीली पारदर्शी फिल्म चिपका दें, जिस से हेडलाइट्स भी फॉग लैंप जैसी रोशनी देने लगती है। पीली रोशनी न सिर्फ फॉग में  आपके लिए  विजिबिलिटी बढ़ाती है, बल्कि आप के वाहन को दूसरों के लिए भी ज्यादा विजिबल बनाती है।

5.  वाहन धीरे चलाएं, सड़क के बीचोबीच हरगिज़ न  चलाएं, यानी अपनी लेन में ही चलाएं, और अन्य वाहनों से दूरी बना कर चलाएं। अमूमन लोग कोहरे में अगली गाड़ी की टेल लाइट देख कर चलना शुरू कर देते हैं, ऐसा नहीं करें।  यदि कोहरे में हम अगली गाड़ी की टेल लाइट पकड़ के चलेंगे तो हम उस वाहन पे निर्भर हो जाते हैं, अपनी सतर्कता को सस्पेंड कर देते हैं, और अपने लिए आशंकित खतरों को बढ़ा लेते हैं। ऐसे में पायिल-अप होना, या एक के पीछे एक, कई गाड़ियों का कीसी खाई में गिरने जैसे हादसे  होने की संभावना बढ़ जाती है ।

6. हमेशा डिवाइडर या फुटपाथ के समानंतर बनीं  लाइन्स के हिसाब से चले।   बार-बार  लेन न बदलें।

7.  बहुत लोग कोहरे में चलते समय हजार्ड लाइट ऑन कर लेते हैं, जो बिल्कुल गलत है। हजार्ड लाइट सिर्फ इमरजेंसी में ऑन की जाती है। यदि गाड़ी खराब हो गई है और यदि उसे सड़क किनारे पार्क करना है, तब। हजार्ड लाइट ऑन रखकर चलने पर पीछे आ रही गाड़िया ये नहीं समझ पाती कि आप किस दिशा में मुड़ेंगे।  जिस दिशा में मुड़ना हो उसी दिशा में इंडिकेटर देते हुए चले ताकि पीछे आने वाली गाड़ियां समझ सके कि आपकी कार उसी दिशा में चलेगी और वो अन्य साइड से आगे निकल जाए।

8. कोहरा होने की स्थिति में वाहन कभी भी सड़क किनारे न रोके क्योंकि यह आपके लिए महंगा साबित हो सकता है। ऐसे में पीछे आ रही तेज रफ्तार कार दुर्घटना का कारण बन सकती है। अगर किसी कारण वश  वाहन रोकना जरूरी हो जाए तो सड़क के एकदम किनारे ले जाकर रोकें और तुरंत पार्किंग या हजार्ड लाइट ऑन करें ताकि पीछे आ रही गाड़ियों को जानकारी मिल जाए।
सुरक्षा कोई संयोग नहीं, सुरक्षा सतर्कता पर निर्भर करती है।
 सुरक्षित रहें।
© ✒गुरु बलवंत गुरुने⚔

1 comment: