देश में जागरुकता लाने में अपना सहयोग दें I

देश के 21 उच्च न्यायालयों में 30 लाख केस पेंडिंग हैं , निचली अदालतों में 2 करोड़ 63 लाख केस पेन्डिन हैं और देश की सुप्रीम कोर्ट में 40000 केस पेन्डिन हैं। हमारे देश में एक सिविल केस के निबटारे में १५ साल और कई बार तमाम उम्र लग जाती हैं जब की चीन में कोई भी केस तीन महीने से ज्यादा नहीं लटकता और अपने निष्कर्ष पर पहुँच जाता है ……… क्या ये सिस्टम की कमी नहीं ? ....... क्या हमारा चरित्र चीन से भी गया गुज़रा है या हमारा सिस्टम चीन से गया गुज़रा है ?
क्या भारत के सिस्टम में त्रुटियाँ हैं और यह आम जनता को एक्सप्लॉइट करता है ...? ...खुद देखिये -
1. क्या आप जानते हैं कि आप दो जगह से वोट नहीं दे सकते लेकिन एक प्रत्याशी नेता दो जगह यानि दो सीटों से एक साथ चुनाव लड़ सकता है. क्या ये अन्याय नहीं ?
2. क्या आप जानते हैं कि आप जेल मे बंद हो तो वोट नहीं डाल सकते लेकिन नेता जेल मे रहते हुए चुनाव लड़ सकता हैI आप कभी जेल गये हों तो जिंदगी भर आपको कोई सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी लेकिन नेता चाहे जितनी बार भी जेल गया हो वो प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति बन सकता है I क्या ये अन्याय नहीं ?
3. क्या आप जानते हैं कि बैंक में एक मामूली नौकरी पाने के लिये आपका ग्रेजुएट होना जरूरी है लेकिन नेता अंगूठा छाप हो तो भी भारत का फायनेन्स मिनिस्टर बन सकता है I क्या ये अन्याय नहीं ?
4. क्या आप जानते हैं कि आपको सेना में सिपाही की नौकरी पाने के लिये मान्यता प्राप्त डिग्री के साथ साथ शारीरिक सामर्थ्य का टेस्ट भी देना होता है. इस के लिए आपको कई किस्म की बाधाओं को पार करने की क्षमता के साथ ५ किलोमीटेर दौड़ कर भी दिखाना होता है. सैन्य अधिकारी बनने के लिए परीक्षा और भी मुश्किल है. सैन्य अधिकारी से एक ऊंचे दर्जे के चरित्र, कम्युनिकेशन व्यवहार की भी उम्मीद की जाती है, लेकिन नेता यदि अनपढ़ भी है, ठीक से बात भी नहीं कर सकता तो भी भारत की गौरव शाली सेना के आर्मी, नेवी और ऐयर फोर्स के बड़े चीफ्स का भी चीफ यानि के डिफेन्स मिनिस्टर बन सकता है I क्या ये अन्याय नहीं ?
5. क्या आप जानते हैं कि जिसके पूरे खानदान में किसी ने स्कूली स्तर की पढ़ाई भी पूरी न की हो तो भी वो नेता देश का शिक्षा मंत्री बन सकता है और जिस नेता पर हजारों केस चल रहे हों वो पुलिस डिपार्टमेंट का चीफ यानि गृह मंत्री बन सकता है I क्या ये अन्याय नहीं ?
6. क्या आप जानते हैं सिस्टम भ्रस्टाचार को नष्ट करने की जगह प्रोत्साहित करता है, चपरासी से लेकर मंत्री तक रिश्वत का चलन है.
7. क्या आप जानते हैं सिस्टम ईमानदारी पूर्वक काम करने वालों को इनाम की जगह सज़ा देता है, खेमका और दुर्गा जैसे अधिकारीयों का नाम सहज ही ज़हन में आना स्वाभविक है. किसी का बच्चा या बहन उठ जाए तो सिस्टम उसे ढून्ढ नहीं पता या अंततः एक लाश या कुछ कपडे ही शनाख्त के लिए पेश कर पता है लेकिन यदि मंत्री की भैंस गुम जाये तो प्रदेश की पुलिस शाम तक उसे ढून्ढ लेती है.
8. क्या आप जानते हैं सिस्टम चमचो के कारोबार को प्रोत्साहित करता है और जहाँ देखो वहां चमचो की बहार नज़र आती है। चमचे ही मिडिल मैन अथवा दलाल बन कर नागरिक तथा अफसर और नेता के बीच खड़े रहते है. भ्रष्ट नेता या अफसर इस को प्रोत्साहन दे कर अपनी और चमचों की जेब गरम और आम आदमी की जेब ढीली करते हैं.
9. क्या आप जानते हैं सिस्टम सामंतवादी मानसिकता को बढ़ावा देता है. जो आदमी एक एलक्शन जीत गया तो वो साला राजा बन जाता है और वैसे ही पेश आता है. हर अफसर या नेता अपने आप में एक सामंत की तरह पेश आता है.
10. क्या आप जानते हैं सिस्टम पूंजिपतयों और धनिकों को और धनि तथा गरीबों को ग़ुलाम बनाने में सहायक सिद्ध हुआ है. आजादी के दशकों बाद भी बंधुआ मज़दूर, चाइल्ड लेबर, फोर्स्ड प्रोस्टीटूशन इस की एक्साम्पल्स है.
11. क्या आप जानते हैं सिस्टम नियमो का हवाला देकर काम को टालते रहने को प्रोत्साहित करता है.
12. क्या आप जानते हैं सिस्टम में ट्रांसपरेंसी का अभाव साफ़ नज़र आता है। . पारदर्शिता की कमि है .
13. क्या आप जानते हैं की सिस्टम, केवल साइन मार कर , सरपंचों द्वारा झूठे मस्टरोल बना कर सरकारी पैसा हजम करना , हजारो लाखो की सैलरी दफ्तर या स्कूल में जाये बिना उठाना जैसी कुंठाओं को प्रोतसाहित करता है.
14. क्या आप जानते हैं सिस्टम क्वालिटी कंट्रोल लागु नहीं करा सकता, बहुत सी जांच या ऑडिट सिर्फ इस लिए कभी हो ही नहीं पाते क्यों की सिस्टम बेईमान है.
15. क्या आप जानते हैं सिस्टम लालफीताशाही को प्रोत्साहित करता है जिस के चलते भ्रष्टाचार प्रोत्साहित होता है.
16. क्या आप जानते हैं सिस्टम भाई भतीजावाद को प्रोत्साहित करता है। ये अच्छी बात है की मोदी वो पहले प्रधान मंत्री हैं जिन्हो ने अपने मंत्रियों को रिश्तेदारों को पर्सनल स्टाफ में न रखने की साफ़ साफ़ हिदायत दी है.
17. क्या आप जानते हैं अंग्रेज़ों के ज़माने के गले सड़े कानून इस ही सिस्टम की देन हैं. सिस्टम नेताओं को पिछले ६० सालों में इस बात पे बाध्य नहीं कर सका की वो इसे बदलें तो अनिवार्य रूप से इस में त्रुटियाँ हैं.
18. क्या आप जानते हैं सिस्टम ऐसा है की जनता पांच साल के लिए अपने हाथ काट कर सरकार को दे देती है. और उस के बाद जिस इंसान का राज्याभिषेक जनता ने किया---- उस ही के दरवाजे पे जनता भिखारियों की तरह फ़रियाद करती फिरती है लेकिन सुनवाई जीरो।
19. क्या आप जानते हैं रेप , महिला उत्पीड़न, क़त्ल, बच्चों का बलात्कार, और अन्य कितने ही जघन्य अपराधो के अपराधी सालों साल आज़ाद घुमते हैं, और पीड़ित कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाते हुए मर जाते हैं, पीड़ितों पे तेज़ाब गिराया जाता है तां की उन्हें ज़िंदा लाश बना दिया जाए और कुछ अपराधी तो देश की विधान सभा और लोकसभा तक पहुंच जाते हैं, यदि ये सीस्टम की त्रुटियाँ नहीं तो और क्या है. नेता ग़रीब जनता को धमकाता है की अगर उस की पार्टी को वोट न दिया तो वो लोगों के घरों में घुस कर बहन बेट्यिों का रेप करवाये गा ----- दूसरा नेता महिलाओं से छेड़खानी को ये कह कर सही बताता है की लड़कों से तो गलतियां होती हैं.…। क्या ये सिस्टम की कमी नहीं है ?
20. सब से बड़ी कमि.... पिछले ६० साल से हर पांच साल के लिए सिर्फ वादों और नारों पर देश के गुरुघंटाल नेता देश का दोहन कर रहे हैं और देश की जनता का बेवकूफ बना रहे है। I have often heard from people that the constitution is good but not being implemented properly by our leaders.....here is my argument... To to begin with a book of law which fails to set rules about its own implementation is in any case a flawed book of law. ....ये सिस्टम की कमी नहीं तो और क्या है? It should be changed..
सिस्टम की बहुत सी अन्य समस्याए भी है ...
Solution is one strong leader and a federal system with presidential form of government........... in 20 years India will be a Super power.. Rather The super Power of the world. . We have no dearth of material resources, human resources and even no dearth of willing and honest patriots........... but the present system stinks and must change. One common citizen has a 100 bastards ruling over him........ और उस का हाल है। . जाएं तो जाएं कहाँ ?. Even Draupadi had 5 husbands where as an ordinary Indian is married to a 100 Kauravs.......... Each a bigger villain than the other.
यदि आप चाहतें हैं की भारत का भविष्य उज्वल बने, ये सच में विष्व नायक बने, यहां सिर्फ नारे बाज़ी और बयान बाज़ी के सर पे जनता का बेवकूफ बनाने वाले लोग बारी बारी राज न करते रहें और जन्ता का बेवक़ूफ़ न बनाते रहे, यदि आपको लगता है नेता और जनता, दोनो के लिये एक ही कानून होना चाहिये तो इस इनफार्मेशन को शेयर करें और सिस्टम को बदलने के लिए ............ देश में जागरुकता लाने में अपना सहयोग दें I
......मिले सुर मेरा तुम्हारा तो सुर बने हमारा ..... कवि बलवंत गुरने .

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