कोल्ड स्टार्ट डॉक्ट्रिन क्या है⁉ @✒GBG⚔


🚩बिलकुल सरल भाषा में फ़ौज का कोल्ड स्टार्ट डॉक्ट्रिन क्या है⁉ @✒GBG⚔

1.  किसी भी देश के लिए एक बड़ी जंग लड़ने से पहले अपनी फ़ौज को मोबिलाईज़ करने के वास्ते एक न्यूनतम समय लगता है।   इसे अंग्रेजी में 'Minimal Mobilisation Time', कहा जाता है।

2.  इस के कुछ खास पहलू हुआ करते हैं, जो की मुख्यतः निम्नलिखित हैं।

(१).  सब से पहले नफरी को जंगी हरक़त में लाना, यानी मैनपावर की मोबीलाईज़ेशन। इस में छुट्टी पर चल रहे अफ़्सरों और जवानों को वापिस बुलाना,  सभी नार्मल ट्रेनिंग इदारों से फौजियों को उन की यूनिट्स में वापिस बुलाना, रिज़र्व नफरी को ड्यूटी पे लाना, पैरामिलिट्री के साथ जंगी हालात के मध्यनजर तालमेल बिठाना, और शांति काल की प्रबन्धन ड्यूटियों से अफसरों और सैनिकों को हटा कर जंगी ड्यूटियों पर तैनात करना शामिल है।

(२).  दूसरा अब जंग के लिए तैनात फ़ौजी कमांडरों को उन के स्पेसिफिक टास्क के बारे ब्रीफ करना, सभी कमांडरों द्वारा अपने जूनियर कमांडरों को ब्रीफ करना, और खन्दक में तैनात सैनिक से ले कर हमले के लिए नामांकित सैनिक दस्तों को उन का स्पेसिफिक रोल  और टास्क समझाना, अपनी ज़िम्मेवारी के इलाके से पहले परिचय और फ़िर गूढ़ वाकफियत, इत्यादि करवाना। हालां की यह सब शान्तिकाल की ट्रेनिंग के दौरान भी चलता रहता है, लेकिन इलाके और ज़िम्मेवारी बदलती रहती है।

(३).  तीसरा हथियारों, गड़ियों और अन्य मशीनरी को इक दम चुस्त दरुस्त करना। तोपों टैंकों और पु्लवाहकों को ऑपरेशनल एरियाज़ में डिप्लॉय करना,  गोला बारूद और राशन पानी का भण्डारण और वितरण जंगी हालात के हिसाब से करना, गोलाबारूद की जंगी प्रीइमिंग इत्यादि,  जरूरी सामग्री को विदेशों से मंगवाना भी इस त्यारी में शामिल है।  साथ ही खाद्य वितरण विभाग और डीज़ल पेट्रोल इत्यादि के वितरण विभागों के साथ तालमेल, वॉर वेस्ट रिज़र्व को सिविल विभागों  से फ़ौज को सपुर्दगी निश्चित करना भी इस तय्यारी का हिस्सा है।

(४).  देश की जन्ता को जागरूक करना।

3.   यह सभी कुछ करने में महीनों का समय लग जाता है।  इसे आप यूँ समझें की यदी किसी की बदली एक जगह से दूसरी जगह हो, तो एक व्यक्ति के सपरिवार स्थानांतरण में ही महीना भर लग जाता है, तो जहां लाखों की नफरी, अपना भारी भरकम ताम झाम ले कर हरकत करे गी, कितना समय लगे गा, सोचने का विषय है !!! 

4.  फ़िर इतनी बड़ी हरकत/मूवमेंट  छुपी नही रह सकती, और इस से पहले की किसी बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया जाये, कोई न कोई बाहरी मुल्क, हस्तक्षेप कर देता है, और सब तय्यारी धरी की धरी रह सकती है।

5.  तो कोल्ड स्टार्ट डॉक्ट्रिन अन्यथा कुछ नहीं, बल्कि फ़ौज का ऐसा बन्दोबस्त और जंग की ऐसी पक्की तयारी है, कि बस चाबी घुमाते ही इंजन बोल उठे और फ़ौजी मशीनरी हरकत में आ जाये।

6.  यह इतना आसान नहीं जितना लगता है। याद रहे की शांती काल में फ़ौज गुजरात से नागालैंड तक और कश्मीर से कन्याकुमारी तक फैली रहती है।

7.  The idea of 'Cold Start' took root during Mrs Gandhi's and Gen. Sam Manekshaw's times, post 71 war.

8.  As already specified by me in hindi above, the aim of this doctrine is based on the fact that army takes time to start/takeoff,  as  a diesel engine of older days. Then came the Direct ignition or cold start  diesel engines. In army the term was borrowed from there.

9.  दरअसल कहानी यह है कि जब 1971 में श्रीमती इंदिरा गांधी ने जनरल सैम मानेकशा से बंग्लादेदश ऑपरेशन करने को कहा, तो महान जनरल सैम मानेकशॉ ने कहा, की मोहतृमा, जितने समय में आप यह सब हुआ चाहती है, उतना समय तो फ़ौज की खच्चरों को तबेले में से बाहिर निकालने में लगता है।

10.   मोहत्रीमा ने कहा आप को कितना समय चाहिए, तो सैम बहादुर ने कहा, कम से कम 6 महीना।   हालां की सैम बहादुर ने यह सब बहुत जल्द ही कर दिखाया, लेकिन यहीं  से शुरू हुई  'कोल्ड स्टार्ट डॉक्ट्रिन'  की सारी गुफ़्तगू , जो फिर इक बहस बन गई, और उपरांत एक डॉक्ट्रिन।

11.  जनरल सुन्दरजी ने इसे बहुत पुश दिया, और असली शक्लो सूरत दी, इस लिए इसे सुन्दरजी डॉक्ट्रिन भी कहा जाने लगा। Op पराक्रम  में इसे पहली बार परखा गया.

12.   Thus, Cold Start means, that, even in it's most unprepared state of preparedness, the reaction time needed by army to respond to a threat should be minimal, or so to say, no time at all. In simple words, no heaters required, you turn on the ignition and the engine starts.

13. In simple words, drills are so fixed, and units and equipment so smartly organised, that it doesn't take time for a unit to move from peace deployment to war deployment, and  from a defending trench to an offensive position,   quite quickly, even at a very large scale.

14.  Present COAS, General Rawat is re-organising the Indian army on bases of younger commanders and task oriented large  division sized units,  by abolishing the rank of Brigadier, and abolishing the 'Division' from organisational setup.

15.  Now instead of a Division, the new Div sized cohesive fighting force will be called a 'Task Force'. It will be commanded by a young Major General. This move of reorganizing Indian army on basis of 'Task oriented Task Forces' of a 'Div minus'  but 'Brigade Plus' size,   is in fact the actual step forward towards a true 'Cold-Start Doctrine'.
🚩तत्त सत्त अकाल🚩
✒गुरु बलवन्त गुरुने⚔

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